Sunday 26 June 2011

Anna Hajarey



“दर्द होता रहा छटपटाते रहे,
आईने॒से सदा चोट खाते रहे,
वो वतन बेचकर मुस्कुराते रहे
हम वतन के लिए॒ सिर कटाते रहे”

अन्ना हजारे !

आप की कोशिश जरूर रंग लाएगी यह हम भारतवासियों की दुआ है !!!!! हम सब भी आप के साथ है!!